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माँ काली पञ्च वाण साधना

जय महाकाल

आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद जो आप लोगों ने साधना ज्ञान चैनल को इस ऊंचाई तक पहुँचाया। आज में आपको स्वयं परीक्षित साधना की विधि गुरु आज्ञा से प्रदान कर रहा हूँ। ये चैनल सिफ इसलिए बनाया है। जिससे आप डोगी पाखंडी गुरु के चक्कर मैं फँसकर अपना पैसा व समय बर्बाद न करें। जिसमें सभी प्रकार का तंत्र, मंत्र, यंत्र, साधना का सम्पूर्ण ज्ञान व गुप्त विधि जान सके । (खुद करें खुद बने और दूसरे का भला करें) बस यहीं उद्देश्य हैं। इस चैनल का आप सभी से ये निवेदन हैं कि इस विधि को गुप्त रखें। जिससे आपकी शक्ति नष्ट न हो। अगर आपने ये विधि किसी को दी। तो आपकी सिद्धि नष्ट हो जायेगी और जो करेगा इस विधि से उसे भी सफलता नहीं मिलेगी |






काली पञ्च वाण - आज के इस युग में प्रत्येक व्यक्ति अच्छे रोजगार की प्राप्ति में लगा हुआ है पर बहुत प्रयत्न करने पर भी अच्छी नौकरी नहीं मिलती है !

यह मंत्र प्रयोग करके देखें | छोटा सा प्रयोग है जिसके अनुकूल होगा उसको सफलता मिलेगी.



काली पञ्च वाण साधना से लाभ

Ø आर्थिक लाभ

Ø धन प्राप्ति

Ø रोजगार में  वृद्धि

Ø कार्य में तरक्की

Ø कर्ज मुक्ति

Ø आय के स्त्रोत बढ़ना

Ø अकस्मात धन प्राप्ति

Ø खुद का घर व प्रोपर्टी होने के स्त्रोत आना

Ø सरकारी नौकरी पाना

Ø अनेक प्रकार के लाभ हैं

 

|| विधि ||

 

Ø इस मन्त्र को सिद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है !

Ø यह मन्त्र स्वयं सिद्ध है

Ø माँ काली के सामने अगरबती जलाकर 11 बार सुबह और 11 बार शाम को जप कर ले !

Ø मन्त्र एक दम शुद्ध है भाषा के नाम पर हेर फेर न करे !शाबर मन्त्र जैसे लिखे हो वैसे ही पढने पर फल देते है शुद्ध करने पर निष्फल हो जाते है !





-काली पञ्च वाण -

प्रथम वाण

ॐ नमः काली कंकाली महाकाली

मुख सुन्दर जिए ब्याली

चार वीर भैरों चौरासी

बीततो पुजू पान ऐ मिठाई

अब बोलो काली की दुहाई !

द्वितीय वाण

ॐ काली कंकाली महाकाली

मुख सुन्दर जिए ज्वाला वीर वीर

भैरू चौरासी बता तो पुजू पान मिठाई !

अब बोलो काली की दुहाई !

तृतीय वाण

ॐ काली कंकाली महाकाली

सकल सुंदरी जीहा बहालो

चार वीर भैरव चौरासी

तदा तो पुजू पान मिठाई

अब बोलो काली की दुहाई !

चतुर्थ वाण

ॐ काली कंकाली महाकाली

सर्व सुंदरी जिए बहाली

चार वीर भैरू चौरासी

तण तो पुजू पान मिठाई

अब राज बोलो काली की दुहाई !

पंचम वाण

ॐ नमः काली कंकाली महाकाली

मुख सुन्दर जिए काली

चार वीर भैरू चौरासी

तब राज तो पुजू पान मिठाई

अब बोलो काली की दोहाई !

 


निर्देश – इसका गलत प्रयोग करने से सिद्धि नष्ट हो जाती हैं.

Ø इस सिद्धि से आये धन का अगर कुछ रूपये धर्म, लोगो की सहायता व दान करते हैं तो यह सिद्ध अपना प्रभाव दो गुना कर देती हैं.

Ø इस विधि की गुप्ता भंग करने से यह सिद्ध नष्ट हो जाती हैं.

Ø इस विधि को यहाँ वहाँ बाटने से सिद्धि नष्ट होती हैं व दोष भी लगता हैं.

Ø इस दोष के कारण दरिद्रता आने शुरू हो जाती हैं. तो इस बात का विशेष ध्यान रखें.

Ø इस विधि को करने से पहले अन्य गुप्त विधियों जानकारी योग्य व्यक्ति या गुरु से जानकर ही साधना करें.

 

 

Comments

  1. गुरुजी प्रणाम मैं मा काली पंच बार्न साधना कर सकता हु किया

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