रहस्यमई साधना भैरवी चक्र साधना
भैरवी चक्र साधना आज तक गुप्त क्यों हैं?
आपने बहुत से पोस्ट पढ़े होंगे । बहुत चैनलों पर देखा भी होगा । आपके मन में ये विचार आया होगा । क्या वास्तव में सम्भोग द्वारा भी शक्ति मिलती हैं ? सभी ने आपको लुभाने वाले फोटो व पोस्ट लिखे होंगे पर दिखायें भी होंगे । जिससे आपका मन और विचलित हुआ होगा पर किसी ने इसके बिषय में पूरी जानकारी नहीं दी होगी ।
क्यों
क्यों
हम बताते हैं ।क्यों ये साधना बहुत ही गुप्त साधना हैं । इसकी जानकारी सिर्फ गुरू सिर्फ 100 में से 1 शिष्य को देता हैं। इसीलिए उनके पास इसकी जानकारी नहीं होती हैं । तो बो देंगे कहा से बो बस आपको लुभा कर आपसे मजा लेना चाहिते हैं । इसलिए आप लोग सावधान रहें अपने पैसें और अपना सम्मान बचा कर रखें ।
अब बात आती हैं इस साधना की आईयें जानतें हैं ।
भैरवी चक्र साधना लोग इसे “श्री विद्या” भी कहते हैं , परन्तु ‘श्री विद्या’ – ‘भैरवी विद्या’ का वैदिक कृत रूप हैं। भैरवी विद्या सम्पूर्ण रूप से वाममार्ग के विभिन्न पंथों एवं समुदायों की विद्या हैं। इसलिए ये गुप्त साधना हैं ।
एक पुरुष और एक के स्त्री के द्वारा यह साधना की जाती हैं। क्यों कि पुरुष उधर्वगामी और स्त्री अघोगामी त्रिकोण होते हैं ।
कि सदाशिव नामक तत्वरूप परमात्मा के अत्यंत फैलाव में + एवं – आवेश वाले दो शंक्वाकार भँवरों के मिलन और उनके आपस में होनेवाले संघर्ष से ही सृष्टि की उत्पत्ति एवं विकास की क्रिया चल रही हैं। यही नियम ब्रह्माण्ड में भी लागू हैं। इस + एवं – धाराओं या नाभकीय कणों के फ्यूज़न एवं समागम से ही नई ईकाई की उत्पत्ति और विकास की क्रिया चलती हैं।
इसलिए भैरवी-चक्र की साधनाओं में नारी-पुरुष आकर्षण और समागम को ही साधना का आधार बनाया जाता है। पर यह केवल समागम नहीं होता। नाड़ियों, श्वांसों, शरीर की ऊर्जा धाराओं के विशाल ज्ञान की आवश्यकता पड़ती है। यह क्षेत्र गोपनीय से भी गोपनीय है। अनेक शपथों के बाद ही इसे गुरु शिष्य या शिष्या को बतलाया जाता हैं।
भैरवी चक्र साधना से लाभ व हानि
लाभ
1 - सम्पूर्ण शरीर में रक्त का प्रभाव सही होना
2- सम्पूर्ण दिमाग का विकास
3- समस्त कुण्डलिनी चक्र स्वमं जाग्रत होना
4- द्विव्य द्रष्टि खुलना
5- परालौकिक शक्ति मिलना
6- काम ऊर्जा प्रबल होना
7- हमेशा जवान रहना
8- योवन से परिपूर्ण होना
9- और भी बहुत हैं ये मान लो संसार काकुछ भी काम असम्भव नहीं आपके लिए।
हानि
अगर योग्य निर्देशन या किताबी ज्ञान से किया तो
1- पागल होना
2- मस्तिष्क की नस पटना
3- काम ऊर्जा हमेशा के लिए नष्ट होना
4- उम्र से पहले बूढ़े होना
5- योवन का विनाश होना
6- शरीर के अंग काम न करना
7- दिल की गति इतनी बढ़ जाना कि बिना चिकित्सा के ठीक न होना
8- मृत्यु होना
9-कभी सन्तान प्राप्ति न होना ।
इसीलिए इसे बिना किसी योग्य विद्वान या गुरु आज्ञा के न करें ।
अगर अब भी आपके मन में प्रश्न रह गया है ।
तो आप हमसे निशुल्क हमारे टेलीग्राम ग्रुप पर पूछ सकते हैं।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप का लिंक- https://t.me/joinchat/Kvuymhd_jxF7n_ADnRQyqg
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Yah kaise ho sakta hai mujhe to asambhav lag raha hai
ReplyDeleteBhai, iss sadhna ko west me log sexual kungfu bolte hai aur usske laakho me paise lete hai...bss unhone ussko Buddhism se nikla hua bata diya hai...!!! Isska sabse bada proponent mantak chia hai jo Thailand ka rehne waala hai...!!!
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