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 सच में मृत्यु बाद एक घण्टे तक आत्मा शरीर में रहती है?





मौत के बाद क्या होता है. मृत्यु के बाद का सत्य

क्या मृत्यु होते ही आत्मा शरीर को त्याग कर बाहर निकल जाती है. क्या होता है मृत्यु के ठीक बाद के कुछ पल में. मौत के बाद आत्मा कहाँ जाती है? मरने के बाद कितने दिन या समय तक आत्मा शरीर में रहती है?
मृत्यु के बाद एक घंटे तक आत्मा शरीर नहीं छोडती , इसमें हमारे परिक्षण का दोष है। सम्पूर्ण मृत्यु तभी होती हैं जब आत्मा शरीर छोड़ देती है। एक घंटा पहले जो स्थिति होती है लक्षणों से हम उसे मृत्यु मान लेते है और इसी कारण कई बार मृत घोषित हो जाने के बाद भी व्यक्ति जीवित हो जाता है। यदि उसको कोई जानकार मिल गया तो।
ऐसे उदाहरण जब तब मिलते रहे है। इसमें अन्तर हमारे समझने की है। शरीर का निष्क्रिय हो जाना मृत्यु नहीं है। क्योंकि धीरे धीरे फैली हुई ऊर्जा केंद्र की ओर सिमटती चली जाती है और शरीर निष्क्रिय हो जाता है।

बैठी आत्मा शरीर छोड़ देती है। क्योंकि उसको बाँधने वाला पॉवर सर्किट बिखर गया होता है। सनातन धर्म के आचार्यों ने कहा है की शरीर के नष्ट होने से अनुभूतियों की शक्ति नष्ट नहीं होती। यह दूसरी बात है कि उस अनुभूतियों का स्वरुप बदल जाता है और पिछ्ला जीवन एक स्वप्न की भाँती नजर आने लगता है।
मृत्यु के बाद का अनुभव क्या होता है ? मरने के बाद इंसान की आत्मा कहाँ जाती है ? वह कब तक भटकती है ? अकाल मृत्यु क बाद क्या होता है ? क्या मौत और नींद में कोई अंतर है ?

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